कुमाऊं की लोक कलाएँ

बेडु पाको बारो मासा 

 नरणा! काफल पाको चैत मेरी छैला

Lalit Bhatt
ललित भट्ट

जब मोहन उप्रेती ने बेडु पाको को तीन मूर्ति भवन में गाया, तो भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस गीत को सर्वश्रेष्ठ लोक गीत के रूप में चुना। इसके बाद मोहन उप्रेती बेडु पाको बॉय के नाम से लोकप्रिय हो गए ।

कुमाऊं हिमालय की गोद में स्तिथ है और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। कुमाऊंनी लोक कलाएं वहां की धार्मिक, सामाजिक, समृद्ध पारम्परिक तरीकों का प्रतिबिम्ब हैं।

Golu Devta
गोलू देवता

Kumaoni folk art is a diverse form of art that encompasses various types of artistic expressions, such as paintings, sculptures, music, dance, and drama. Each art form has its unique style, themes, and techniques, which make them stand out from each other.

कुमाऊँनी चित्रकला

कुमाऊंनी पेंटिंग्स जीवंत रंगों और महीन डिजाइनों के लिए जानी जाती हैं। ये ज्यादातर कपड़े या कागज के ऊपर बनायी जाती हैं और पौराणिक कथाओं, धर्म और रोजमर्रा की जिंदगी से संबंधित विषयों को चित्रित किया जाता है । कुछ लोकप्रिय कुमाऊंनी पेंटिंग शैलियों में शामिल हैं ऐपणऔर पहाड़ी पेंटिंग्स।

कुमाऊँनी शिल्पकला

कुमाऊंनी मूर्तियां अपनी शैली और तकनीक में काफी अनूठी हैं। ये ज्यादातर लकड़ी या पत्थर से बनायीं जाती हैं और सुन्दर डिजाइन के लिए जानी जाती हैं । ये मूर्तियां देवी-देवताओं, जानवरों और दैनिक जीवन से संबंधित विषयों को दर्शाती हैं। कुछ लोकप्रिय कुमाऊँनी मूर्तियों में गोलू देवता की लकड़ी की मूर्तियाँ और कटारमल में सूर्य मंदिर की पत्थर की नक्काशी शामिल हैं।

कुमाऊँनी संगीत

संगीत कुमाऊँनी लोक कला का एक अभिन्न अंग है। बाजूबंद, छोपती और झोड़ा जैसे विभिन्न लोक गीत यहाँ की पहचान हैं । ये गीत विभिन्न अवसरों, जैसे शादियों, त्योहारों और धार्मिक समारोहों में गाए जाते हैं, और प्रेम, प्रकृति और आध्यात्मिकता से संबंधित विषयों से प्रेरित होते हैं। कुमाऊँनी संगीत अपने अनूठे वाद्ययंत्रों, जैसे ढोल-दमाऊ और हुड़का के लिए जाना जाता है।

कुमाऊँनी नृत्य

कुमाऊँनी लोक नृत्य क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा है। इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के लोक नृत्य हैं, जैसे छोलिया, भगनोल, झोड़ा, ढुसका, जागर, मुखोठा और हिरनचित्तल । ये नृत्य आमतौर पर विशेष अवसरों पर किए जाते हैं और प्रकृति, प्रेम, धर्म और आध्यात्मिकता से संबंधित विषयों को चित्रित करते हैं। कुमाऊँनी नृत्य अपनी सुंदर चाल, रंगीन वेशभूषा और लयमय संगीत के लिए जाना जाता है।

कुमाऊँनी नाटक

कुमाऊंनी लोकनाट्य समाज और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है जिसे स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। ये नाटक सामाजिक मुद्दों, पौराणिक कथाओं और रोजमर्रा की जिंदगी से संबंधित विषयों को दर्शाते हैं। अभिनेता अपने पात्रों को जीवंत करने के लिए मुखौटे और रंगीन वेशभूषा का उपयोग करते हैं, और प्रदर्शन आमतौर पर संगीत और नृत्य के साथ होते हैं।

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Puanchei - Wrap around Skirt
पुआँचेई मिज़ोरम की पारम्परिक पोशाक

पुआँचेई की बुनाई में कौशलता और धैर्य की आवश्यकता होती है। पुआँचेई एक किस्म की शॉल है जिसे आमतौर पर कपास से बनाया जाता है, लेकिन हाल में सिंथेटिक यार्न का भी उपयोग होने लगा है। सूत की धागों को पौधों, फलों और फूलों से प्राप्त प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके रंगा जाता है। पुआँचेई पारंपरिक रूप से करघे पर बुनी जाती है। बुनकर बुनने की प्रक्रिया के दौरान विभिन्न रंग के धागों का प्रयोग कर डिज़ाइन बनाते हैं ।

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The famous art Warli art
Venturing the Beauty of Warli Painting: A Cultural Heritage of Maharashtra

Eye-catching ingenious art from lived for years. This art form oriented from Maharastra brings a lot to our lives. Where it was just limited to the walls now it is introduced on the dresses.
Warli painting is a unique and vibrant art form that has its roots in the Indian state of Maharashtra. Painting of Warli art’s traditional style of painting is deeply connected to the Warkari sect, a religious group that worships Lord Vithoba, a form of Lord Krishna, and undertakes annual pilgrimages to the sacred temple of Pandharpur. In this blog, we will delve into the history, significance, and characteristics of Warkari painting, shedding light on this rich cultural heritage of Maharashtra. The Warli art picture remarks the significance of dwelled art. Exploring all the sides of it has got in from walls, till canvas, till fashion and now all over the world.

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Indian Underrated Arts You Should Know
Hidden Gems: Indian Underrated Arts You Should Know

India’s art scene is a dazzling mosaic, where countless regional art forms come together to create a vibrant tapestry. Each form boasts its own unique style, stories, and traditions, passed down through generations. Today, we embark on a captivating journey to discover some of India’s hidden artistic gems. From intricate paintings to captivating sculptures, these art forms offer a glimpse into the soul of India’s diverse culture and heritage. So, join us as we delve into the artistic treasures waiting to be unearthed across various Indian states!

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