जयपुर मसाला मेला: स्वाद का सुगन्धित अनुभव
जयपुर मसाला मेला में विभिन्न प्रकार के मसालों और मसालों के मिश्रण का प्रदर्शन किया जाता है जो भारतीय व्यंजनों के अभिन्न अंग हैं। जीरा और धनिया की गर्माहट से लेकर लाल मिर्च पाउडर का तीखापन, हल्दी, लौंग, इलायची, और अनगिनत अन्य मसलों की सुगंध । यह मेला इन मसालों की उत्पत्ति, उपयोग और सांस्कृतिक महत्व के बारे में भी लोगों को शिक्षित करता है ।
बाल मिठाई: उत्तराखंड की मिठास
बाल मिठाई, उत्तराखंड की एक मीठी सौगात है, जो भारत की जीवंत पाक विरासत का एक उदाहरण है । इस पारंपरिक मिठाई ने देश भर के लोगों का दिल जीता है । अपनी अनोखी बनावट और विशिष्ट स्वाद के साथ, बाल मिठाई उत्तराखंड संस्कृति का एक प्रतीक बन गई है।
लाजवाब स्वादिष्ट बनारसी पान
बनारसी पान हजारों सालों से भारतीय संस्कृति से जुड़ा हुआ है। "पान" शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द पर्ण से हुई है जिसका अर्थ है पत्ता । अथर्ववेद और कामसूत्र जैसे प्राचीन भारतीय ग्रंथों में पान का उल्लेख मिलता है ।
भारत की लाल मिर्चियाँ
ब हम मिर्च की बात करते हैं तो सबसे पहले दिमाग में यही आता है कि यह कितनी तीखी होती है? मिर्च के तीखेपन को स्कोविल हीट यूनिट (SHU) द्वारा मापा जाता है। स्कोविल हीट यूनिट (SHU) खाद्य पदार्थों के हीट लेवलर या तीखेपन को मापते हैं